एएटीएस साउथ वेस्ट ने दिल्ली एनसीआर व यूपी में अवैध हथियार अंतरराज्य गिरोह के दो आरोपीयो को किया गिरफ़्तार.

सिस्टम समाचार:-सन्दीप राणा की रिपोर्ट:-


राजधानी दिल्ली के एएटीएस दक्षिण पश्चिम जिला टीम ने पश्चिमी यूपी और दिल्ली एनसीआर से संचालित अवैध हथियारों की आपूर्तिकर्ताओ के अंतरराज्यीय सदस्यो का भंडाफोड़ किया है। उनकी गिरफ्तारी के साथ 5 अवैध अर्ध-स्वचालित पिस्तौल व 32 बोर के 10 जिंदा कारतूस और एक देसी रिवाल्वर उनके कब्जे से बरामद की गई।


अपराधियों द्वारा अवैध आग्नेयास्त्रों के उपयोग की प्रवृत्ति को ध्यान में रखते हुए डीसीपी दक्षिण पश्चिम जिला प्रताप सिंह एवं वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का पालन करते हुए एएटीएस दक्षिण पश्चिम जिले में एसआई गौतम मलिक,एसआई महेश कुमार,एएसआई देवेंद्र,एएसआई कानन सिंह,एचसी हरिओम,एचसी जयपाल,सीटी मुकेश,सीटी कप्तान,सीटी आकाश,सीटी रविदत्त शामिल किये गये एएटीएस दक्षिण पश्चिम जिला के इंस्पेक्टर राजेश मलिक के नेतृत्व में पर्यवेक्षण के तहत एसीपी अभिनंदन जैन की अगुवाई में टीम का गठन किया गया और विशेष रूप से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के बदमाशों को अवैध हथियारों की आपूर्ति में शामिल सिंडिकेट का पता लगाने का काम सौंपा गया था। इस प्रक्रिया में टीम ने इन सिंडिकेट्स के सदस्यों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए। सूचना विकसित करने के लिए मैनुअल के साथ-साथ तकनीकी निगरानी भी रखी गई थी। 28.10.20 को जब एसआई गौतम मलिक को एक विशेष जानकारी मिली कि दो अंतर-राज्यीय हथियार आपूर्तिकर्ता दिलशाद@मट्टू व कमल कैश पहुंचाने के लिए आएंगे तब श्रमसाध्य प्रयासों और निगरानी के परिणाम उपलब्ध हुए गुरुग्राम के एक कथित गैंगस्टर को अवैध हथियार आरके पुरम नई दिल्ली के क्षेत्र से गुजरेंगे जानकारी के अनुसार आगमन के अनुमानित स्थान के पास एक जाल बिछाया गया और बाद में दो व्यक्तियों की पहचान की गई दिलशाद@मट्टू ओर कमल एक काले रंग के बैग के साथ पकड़े गए जब वह डिलीवरी की अपेक्षित जगह पर कंसाइनर की प्रतीक्षा कर रहे थे। जहा पर उनको धर दबोच लिया गया दिलशाद@मट्टू द्वारा रखे गए बैग की सरसरी तलाशी के दौरान उनके कब्जे से 32 बोर की 10 अवैध कारतूस के साथ कुल 05 अवैध अर्ध-स्वचालित पिस्तौल बरामद किए गए और एक रिवाल्वर भी बरामद किया गया। 


तदनुसार आर्म्स एक्ट के तहत पीएस आरके पुरम ने मामला दर्ज कर आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद उन्होंने खुलासा किया कि दिनांक 18/10/20 को वे मोरी गेट दिल्ली से एक टूरिस्ट बस में मध्यप्रदेश के लिए रवाना हुए। एक अन्य संदिग्ध व्यक्ति से अवैध आग्नेयास्त्र और खरीदने के लिए, जो उत्तर प्रदेश का निवासी है, लेकिन सेंधवा मध्य प्रदेश का रहने वाला है। मध्य प्रदेश से अवैध हथियार इकट्ठा करने के बाद, दोनों आरोपी अपने मूल स्थान पर वापस आ गए। 28/10/20 को वे दिलबाग नामक एक अन्य व्यक्ति को हथियार वितरित करने थे जो कि गुरुग्राम हरियाणा के खूंखार अपराधी कौशल का सहयोगी है।



अभियुक्त दिलशाद ने आगे खुलासा किया कि वह पिछले 05 वर्षों से हथियारों की आपूर्ति कर रहा है और पहले से ही दिल्ली,एनसीआर क्षेत्र में 50 से अधिक अवैध आग्नेयास्त्रों की आपूर्ति अपराधियों को करता था। हथियारों की आपूर्ति करने से पहले, वह मध्य प्रदेश में एक कपड़ा व्यापारी के रूप में काम कर रहे थे और आसान पैसे के उद्देश्य से इस अवैध आकर्षक व्यवसाय में स्थानांतरित हो गए। जिला बारवानी, मध्य प्रदेश से कम दर पर हथियारों की खरीद कर और उन्हें उच्च दर पर दूसरे आपूर्तिकर्ता को बेच दिया करते थे।


पूछताछ के दौरान आरोपी कमल ने खुलासा किया कि वह दिलशाद के संपर्क में था जो उसका पड़ोसी है और वह दिलशाद के साथ मध्य प्रदेश में अवैध हथियार खरीदने के लिए गया था और दिलशाद का सहयोगी है।


आरोपी दिलशाद@मट्टू बागपत यूपी का रहने वाला है।और अनपढ़ है। उन्होंने पहले महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में रेडीमेड वस्त्र विक्रेता के रूप में काम किया है। वह अपने एक रिश्तेदार के संपर्क में आया जिसने उसे एमपी स्थित गनर से मिलवाया, जिसका नाम सोनू था और उसने भारी मुनाफा कमाने के लिए हथियारों की अवैध आपूर्ति शुरू कर दी। अभियुक्त कमल जिला बागपत उत्तर प्रदेश का रहने वाला है 9 वीं कक्षा तक अध्ययन किया है और उसके बाद अपने पिता की मदद करना शुरू कर दिया है जो बड़ौत यूपी में चूड़ी की दुकान चलाते हैं। बाद में वह दिलशाद के संपर्क में आया जो उसका पड़ोसी है और अवैध हथियारों की आपूर्ति में उसकी मदद करने लगा।


फिलहाल जांच जारी है। इस सिंडिकेट में शामिल अन्य बंदूक-धावकों का पता लगाने व उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।


SANDEEP RANA DELHI..